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मां विंध्यवासिनी पदयात्रा: काशी से विंध्य धाम की यात्रा 6 अगस्त को, शामिल होने पहुंचेंगे देश भर के श्रद्धालु
काशी से मां विंध्यवासिनी के दरबार की पैदल यात्रा छह अगस्त को होगी। गुरुद्वारे में मत्था टेककर मां के धाम के लिए पदयात्रा आगे बढ़ेगी। देश भर से माता के भक्त शोभायात्रा में शामिल होने के लिए काशी पहुंचेंगे।
काशी से मां विंध्यवासिनी के दरबार तक की पदयात्रा छह अगस्त को निकलेगी। श्रावण शुक्ल पक्ष द्वितीया को चौक स्थित श्री बाल माता मंदिर देवी कोठा से यात्रा की शुरुआत होगी। यात्रा में शामिल होने के लिए देश भर से मां के भक्त काशी पहुंचेंगे। मां विंध्यवासिनी पदयात्रा स्वागत समिति की ओर से निकलने वाली यात्रा के श्रद्धालुओं का रास्ते भर स्वागत किया जाएगा।सूचना मंत्री विकास मेहरोत्रा ने बताया कि कई वर्षों से मां विंध्यवासिनी पदयात्रा काशी से मां विंध्यवासिनी के दरबार तक निकलती है। मां का जयकारा लगाते हुए ढोल नगाड़े के साथ श्रद्धालु मां भद्रकाली मंदिर पहुंचेंगे। स्व. आत्माराम सैगल के परिजन ज्योति पूजन करेंगे और फिर भजन के बाद शोभायात्रा आरंभ होगी।
यात्रा सत्यनारायण मंदिर, बांसफाटक, गोदौलिया, गिरजाघर होते हुए गुरुबाग गुरुद्वारे तक जाएगी। मत्था टेक कर श्रद्धालु मां के धाम की ओर प्रस्थान करेंगे। इस यात्रा की विशेष बात यह है कि पिछले कई वर्षों से कई परिवार कई पीढ़ियों से इसे अपनी पारिवारिक परंपरा की तरह निभा रहे हैं।
यात्रा भीमचंडी, राजातालाब, बरैनीघाट, कछवा बाजार होते हुए षष्टी को मां के धाम पहुंचेगी। मां के धाम में सप्तमी से एकादशी तक रोजा जागरण होगा। नागपंचमी पर यहां खासी भीड़ होगी। श्री बाल माता मंदिर देवी कोठा के महंत व खत्री हितकारिणी सभा के अध्यक्ष दीपक बहल, मां भद्रकाली मंडल के महंत पं. राजकुमार द्विगस्न (राजूगुरू) और मां विंध्यवासिनी पदयात्रा स्वागत समिति के अध्यक्ष सुनील मेहरोत्रा व सचिव गोपाल जी सेठ ने पदयात्रियों से शोभायात्रा और सेवा शिविर में शामिल होने की अपील की है। पदयात्रियों का सामान लेकर जाने वाला ट्रक छह अगस्त को सुबह सात से नौ बजे तक मालवीय मार्केट में खड़ा रहेगा।

